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DA एरियर पर कैबिनेट का बड़ा फैसला! 54% DA के साथ 18 महीने के एरियर पर यू-टर्न! | DA Arrear 2025

केंद्र सरकार ने 54% DA बढ़ाने का फैसला लिया, लेकिन 18 महीने के रुके हुए DA एरियर पर झटका दिया। जानें इसका प्रभाव और कर्मचारियों की प्रतिक्रिया।

केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए महंगाई भत्ता (Dearness Allowance – DA) बेहद महत्वपूर्ण होता है। हाल ही में हुई कैबिनेट बैठक में 54% DA बढ़ाने का फैसला लिया गया, लेकिन 18 महीने के रुके हुए DA एरियर के भुगतान को खारिज कर दिया गया। यह निर्णय लाखों सरकारी कर्मचारियों के लिए झटका साबित हुआ है।

इस लेख में हम इस फैसले की पूरी जानकारी देंगे और समझेंगे कि इसका सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स पर क्या असर पड़ेगा।

महंगाई भत्ता (DA) और एरियर पर सरकार का फैसला

महंगाई भत्ता सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स को उनकी सैलरी और पेंशन में बढ़ती महंगाई की भरपाई के लिए दिया जाता है। जनवरी 2020 से जून 2021 तक का 18 महीने का DA एरियर कोविड-19 महामारी के दौरान रोक दिया गया था।

सरकारी कर्मचारियों को उम्मीद थी कि सरकार यह रुका हुआ एरियर जारी करेगी, लेकिन हालिया कैबिनेट बैठक में इसे देने से मना कर दिया गया।

DA Arrear 2025 का संक्षिप्त विवरण

योजना का नाममहंगाई भत्ता (Dearness Allowance)
लागू करने वाली संस्थाकेंद्र सरकार
लाभार्थीसरकारी कर्मचारी और पेंशनर्स
रुके हुए एरियर का समयजनवरी 2020 से जून 2021
नई DA दर54%
एरियर भुगतान स्थितिअस्वीकृत
अंतिम निर्णयकैबिनेट बैठक
प्रभावलाखों कर्मचारी और पेंशनर्स

54% Dearness Allowance: क्या है इसका मतलब?

केंद्र सरकार ने महंगाई भत्ते को 54% तक बढ़ाने की घोषणा की है। इसका मतलब यह है कि कर्मचारियों को उनकी मूल वेतन (Basic Pay) का 54% अतिरिक्त राशि के रूप में मिलेगा।

💡 DA Calculation Example:

अगर किसी कर्मचारी की मूल वेतन ₹20,000 है, तो 54% DA के अनुसार उसे ₹10,800 अतिरिक्त मिलेगा

लाभ:

  • कर्मचारियों की मासिक आय बढ़ेगी
  • बढ़ती महंगाई से राहत मिलेगी।
  • पेंशन और ग्रेच्युटी की गणना में वृद्धि होगी।

18 महीने का रुका हुआ DA एरियर: क्यों नहीं मिलेगा?

सरकार ने 18 महीने के DA एरियर को जारी करने से इनकार कर दिया है। इसके पीछे तीन प्रमुख कारण बताए गए हैं:

1️⃣ आर्थिक बोझ:

सरकार को अगर यह एरियर देना होता, तो इस पर ₹34,000 करोड़ का खर्च आता, जिससे अर्थव्यवस्था पर अतिरिक्त दबाव पड़ता।

2️⃣ राजकोषीय घाटा:

कोविड-19 महामारी के कारण राजकोषीय घाटा बढ़ा था, जिसे अभी संतुलित करने की जरूरत है।

3️⃣ अन्य योजनाओं की प्राथमिकता:

सरकार का ध्यान गरीबों और किसानों के लिए चलाई जा रही योजनाओं पर है, इसलिए इस फंड को अन्य क्षेत्रों में लगाया जा रहा है।

कर्मचारियों की प्रतिक्रिया

सरकार के इस फैसले से सरकारी कर्मचारी और पेंशनर्स में नाराजगी है। कई कर्मचारी संगठनों ने विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई है।

कर्मचारियों की मांगें:
रुका हुआ एरियर उनका हक है
महामारी के दौरान उन्होंने भी कठिनाइयां झेली
सरकार को इस फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए

महंगाई भत्ता बढ़ोतरी से लाभ

हालांकि 54% DA बढ़ने से कर्मचारियों को कुछ फायदे जरूर मिलेंगे:

🔹 मासिक वेतन में वृद्धि
🔹 महंगाई से राहत
🔹 रिटायरमेंट के बाद मिलने वाले लाभ में बढ़ोतरी

लेकिन रुके हुए DA एरियर का न मिलना कई कर्मचारियों के लिए निराशाजनक है।

क्या सरकार अपना फैसला बदलेगी?

हालांकि सरकार ने फिलहाल DA एरियर देने से इनकार कर दिया है, लेकिन भविष्य में कर्मचारी संगठनों के विरोध और दबाव के कारण यह फैसला बदल सकता है।

संभावित सुधार:
🔸 सरकार आंशिक रूप से एरियर जारी कर सकती है
🔸 भविष्य में एकमुश्त भुगतान की योजना ला सकती है

निष्कर्ष

महंगाई भत्ता (DA) सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स के वेतन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। 54% DA बढ़ोतरी एक सकारात्मक कदम है, लेकिन 18 महीने के रुके हुए एरियर का भुगतान न करने से लाखों कर्मचारियों को निराशा हुई है।

सरकार को चाहिए कि वह कर्मचारियों की मांगों पर ध्यान दे और उनके हक का भुगतान करे। इससे न केवल कर्मचारियों का मनोबल बढ़ेगा बल्कि देश की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी।

📢 Disclaimer:

यह लेख केवल जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। कैबिनेट बैठक में लिए गए निर्णय आधिकारिक सरकारी अधिसूचनाओं पर आधारित हैं। कृपया किसी भी वित्तीय निर्णय लेने से पहले सरकार की आधिकारिक वेबसाइट या विभाग से संपर्क करें

Amit is the founder of Just Newson, with over 5 years of experience in blogging. He specializes in providing reliable updates on government schemes (Sarkari Yojana) and trending news. Amit is committed to delivering accurate, actionable, and well-researched content that helps readers stay informed about important government initiatives.

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