रिटायरमेंट के बाद पेंशन की राशि का सही अनुमान लगाना हर कर्मचारी के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है। कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) और कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) के तहत, रिटायरमेंट के बाद एक निश्चित पेंशन मिलती है। यह पेंशन कर्मचारी के कार्यकाल और योगदान पर निर्भर करती है।
इस लेख में हम EPF और EPS के तहत मिलने वाली पेंशन, इसकी गणना का तरीका, नियम और कैसे पेंशन राशि को बढ़ाया जा सकता है, इस पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
EPF और EPS क्या हैं?
EPF (Employee Provident Fund) और EPS (Employee Pension Scheme) का मुख्य उद्देश्य रिटायरमेंट के बाद वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है। जब कोई कर्मचारी EPF में योगदान करता है, तो उसका एक हिस्सा EPS में भी जमा होता है।
➡ EPF का योगदान कर्मचारी और नियोक्ता द्वारा किया जाता है।
➡ EPS में नियोक्ता के योगदान का एक हिस्सा पेंशन के लिए अलग किया जाता है।
➡ यह योजना उन कर्मचारियों के लिए लाभकारी है जिन्होंने कम से कम 10 साल की सेवा पूरी की हो।
EPF के बाद रिटायरमेंट पर कितनी मिलेगी पेंशन?
EPF और EPS की गणना नियमित फॉर्मूले के आधार पर की जाती है। नीचे इसका एक संक्षिप्त विवरण दिया गया है:
EPF और EPS का संक्षिप्त विवरण
विशेषता | विवरण |
---|---|
सेवा अवधि (न्यूनतम आवश्यक) | 10 वर्ष |
रिटायरमेंट की आयु | 58 वर्ष |
पेंशन गणना का फॉर्मूला | (पेंशन योग्य वेतन × पेंशन योग्य सेवा) / 70 |
अधिकतम पेंशन योग्य वेतन | ₹15,000 प्रति माह |
अनुमानित मासिक पेंशन (10 वर्ष सेवा) | ₹2,142.86 |
समय से पहले पेंशन कटौती | 58 वर्ष से पहले प्रति वर्ष 4% |
आधिकारिक EPFO वेबसाइट | epfindia.gov.in |
EPF पेंशन कैसे कैलकुलेट करें?
EPF पेंशन की गणना एक सरल फॉर्मूले से की जाती है:

पेंशन योग्य वेतन क्या होता है?
➡ पिछले 60 महीनों (5 वर्षों) का औसत मूल वेतन + महंगाई भत्ता (DA), जो अधिकतम ₹15,000 तक सीमित होता है।
पेंशन योग्य सेवा क्या होती है?
➡ कुल कार्यकाल को निकटतम वर्ष में गोल किया जाता है।
उदाहरण:
अगर किसी कर्मचारी ने 10 साल तक काम किया और उनका पेंशन योग्य वेतन ₹15,000 था, तो उनकी मासिक पेंशन होगी:

ज्यादा वर्षों तक काम करने पर कितनी मिलेगी पेंशन?
यदि कोई कर्मचारी 10 वर्षों से अधिक सेवा करता है, तो पेंशन की राशि भी बढ़ती जाएगी। नीचे कुछ उदाहरण दिए गए हैं:
सेवा के वर्ष | अनुमानित मासिक पेंशन (₹) |
---|---|
10 वर्ष | ₹2,142.86 |
15 वर्ष | ₹3,214.29 |
20 वर्ष | ₹4,285.71 |
25 वर्ष | ₹5,357.14 |
30 वर्ष | ₹6,428.57 |
EPS पेंशन का दावा कैसे करें?
ऑनलाइन माध्यम से EPS पेंशन का दावा करने के स्टेप्स:
✅ EPFO पोर्टल (epfindia.gov.in) पर लॉगिन करें।
✅ यूएएन (UAN) नंबर और पासवर्ड डालकर लॉगिन करें।
✅ “Online Services” सेक्शन में जाएं और “Claim (Form-10D)” चुनें।
✅ सभी आवश्यक विवरण भरें और सबमिट करें।
✅ क्लेम स्वीकृत होने के बाद, पेंशन राशि सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर हो जाएगी।
EPS पेंशन से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण नियम
🔹 समय से पहले पेंशन (50 वर्ष की उम्र पर):
यदि कोई कर्मचारी 58 वर्ष से पहले (लेकिन 50 वर्ष की उम्र के बाद) पेंशन लेना चाहता है, तो प्रति वर्ष 4% की कटौती होगी।
🔹 पेंशन का पूरा लाभ (58 वर्ष की उम्र पर):
यदि कोई कर्मचारी 58 वर्ष की उम्र तक प्रतीक्षा करता है, तो उसे पूर्ण पेंशन मिलेगी।
🔹 अतिरिक्त लाभ (60 वर्ष की उम्र पर):
अगर कोई कर्मचारी 60 वर्ष की उम्र तक प्रतीक्षा करता है, तो उसे अधिक पेंशन मिल सकती है।
EPS पेंशन को कैसे बढ़ाया जा सकता है?
✅ लंबे समय तक नौकरी करें – यदि आप 25-30 वर्ष तक कार्यरत रहते हैं, तो आपकी पेंशन राशि अधिक होगी।
✅ अधिक वेतन पर योगदान करें – EPFO में ₹15,000 से अधिक वेतन के लिए EPS योगदान बढ़ाने का विकल्प है।
✅ EPS से संबंधित नए नियमों की जानकारी रखें – सरकार समय-समय पर EPF और EPS के नियमों में बदलाव करती है।
निष्कर्ष
कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) और कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) रिटायरमेंट के बाद आर्थिक सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण जरिया हैं।
🔹 10 वर्ष की सेवा पूरी करने के बाद आपको पेंशन मिलती है।
🔹 जितना अधिक आपका कार्यकाल, उतनी अधिक पेंशन राशि।
🔹 EPS पेंशन का दावा ऑनलाइन EPFO पोर्टल या UMANG ऐप से किया जा सकता है।
🔹 समय से पहले पेंशन लेने पर 4% की कटौती होती है।
🔹 58 वर्ष की आयु के बाद पूर्ण पेंशन मिलती है।
अगर आप रिटायरमेंट की प्लानिंग कर रहे हैं, तो अभी से अपने EPF और EPS बैलेंस की जांच करें और भविष्य की तैयारी करें।
Disclaimer:
यह जानकारी सिर्फ सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। EPF और EPS से संबंधित नवीनतम नियमों और शर्तों की जानकारी के लिए EPFO की आधिकारिक वेबसाइट देखें या किसी विशेषज्ञ से परामर्श लें।