SBI ने 210 दिनों की नई फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम लॉन्च की है। आम नागरिकों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए ब्याज दरों में बदलाव किया गया है। जानें नई ब्याज दरें और निवेश से जुड़ी अहम बातें।
भारत का सबसे बड़ा सरकारी बैंक, भारतीय स्टेट बैंक (SBI), एक बार फिर से अपने ग्राहकों के लिए खास ऑफर लेकर आया है। बैंक ने हाल ही में 210 दिनों की नई एफडी योजना पेश की है, जिसमें आम नागरिकों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए अलग-अलग ब्याज दरें निर्धारित की गई हैं। बैंक ने अपनी समस्त एफडी योजनाओं की ब्याज दरों में भी बदलाव किया है, जो निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण है।
210 दिन की नई FD स्कीम में क्या है खास
SBI की इस नई एफडी स्कीम के तहत 210 दिनों के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट करने पर निवेशकों को आकर्षक ब्याज दरें दी जाएंगी।
- आम नागरिकों को ब्याज: 6.05%
- वरिष्ठ नागरिकों को ब्याज: 6.55%
यह स्कीम उन लोगों के लिए खास है जो अल्पकालिक निवेश के साथ अच्छा रिटर्न चाहते हैं और जोखिम नहीं लेना चाहते।
SBI की सभी FD स्कीम पर नई ब्याज दरें (जून 2025 से लागू)
अवधि | आम नागरिक | वरिष्ठ नागरिक |
---|---|---|
7 – 45 दिन | 3.30% | 3.80% |
46 – 179 दिन | 5.30% | 5.80% |
180 – 210 दिन | 6.05% | 6.55% |
211 दिन – 1 साल | 6.30% | 6.80% |
1 साल – 2 साल | 6.50% | 7.00% |
2 साल – 3 साल | 6.70% | 7.20% |
3 साल – 5 साल | 6.55% | 7.05% |
5 साल – 10 साल | 6.30% | 7.30% |
ब्याज दरों में बदलाव क्यों हुआ?
विशेषज्ञों का मानना है कि RBI द्वारा रेपो रेट को स्थिर रखने और देश की वर्तमान आर्थिक स्थिति के चलते बैंकों को अपनी डिपॉजिट स्कीम्स में संशोधन करने की आवश्यकता महसूस होती है।
SBI भी समय-समय पर मार्केट की स्थिति, क्रेडिट डिमांड और रेपो रेट के आधार पर अपनी FD स्कीम की दरों में संशोधन करता है।
वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष लाभ
SBI वरिष्ठ नागरिकों को आमतौर पर हर एफडी स्कीम पर अतिरिक्त 0.50% ब्याज प्रदान करता है।
- यह सुविधा बुजुर्गों के लिए बहुत फायदेमंद है, क्योंकि उनकी आय का मुख्य स्रोत आमतौर पर ब्याज ही होता है।
- उदाहरण: यदि आम नागरिक को 6.30% ब्याज मिल रहा है, तो वरिष्ठ नागरिक को उसी एफडी पर 6.80% मिलेगा।
निवेश से पहले जान लें ये जरूरी बातें
- ब्याज दरें समय-समय पर बदलती हैं:
इसलिए निवेश से पहले SBI की आधिकारिक वेबसाइट या ब्रांच से नवीनतम ब्याज दरों की जानकारी लें। - टैक्स बेनिफिट की FD:
5 साल की लॉक-इन अवधि वाली FD पर आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है। यह टैक्स सेविंग का एक सुरक्षित विकल्प है। - TDS का प्रभाव:
FD से मिलने वाले ब्याज पर टैक्स लगता है। यदि आपकी कुल आय एक निश्चित सीमा से अधिक है, तो बैंक TDS काटता है। - ऑनलाइन और ऑफलाइन सुविधा:
SBI की FD में निवेश करने के लिए ग्राहक SBI YONO ऐप, इंटरनेट बैंकिंग या नजदीकी ब्रांच से आवेदन कर सकते हैं।
किन्हें करनी चाहिए SBI FD में निवेश?
- जो निवेश में सुरक्षा चाहते हैं
- जिनकी जोखिम सहनशक्ति कम है
- वरिष्ठ नागरिक जो नियमित आय के स्रोत की तलाश में हैं
- वे लोग जो टैक्स बचत करना चाहते हैं
स्मार्ट निवेश के लिए सुझाव
- छोटे कार्यकाल के लिए नई 210 दिन की FD अच्छा विकल्प है
- टैक्स बचत के लिए 5 साल की FD करें
- FD के साथ SIP या अन्य निवेश विकल्पों पर भी विचार करें
- FD से जुड़ी सभी शर्तें और ब्याज दरें समझकर ही निवेश करें
निष्कर्ष
SBI की नई FD स्कीम खासकर 210 दिन की अवधि वाले निवेशकों के लिए शानदार विकल्प है। वरिष्ठ नागरिकों को अतिरिक्त ब्याज दर का लाभ मिलने से यह योजना और भी आकर्षक बन जाती है।
हालांकि, किसी भी निवेश से पहले ब्याज दर, टैक्स प्रभाव और व्यक्तिगत आवश्यकताओं का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। अगर आप भी सुरक्षित, सुनिश्चित और लाभकारी निवेश की सोच रहे हैं तो SBI की FD स्कीम 2025 आपके लिए सही विकल्प हो सकती है।
अस्वीकरण: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। निवेश करने से पहले SBI की आधिकारिक वेबसाइट या ब्रांच से ताजा जानकारी प्राप्त करें, क्योंकि ब्याज दरें और शर्तें समय-समय पर बदल सकती हैं।