महाकुंभ 2025 में बसंत पंचमी शाही स्नान के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ वॉर रूम से निगरानी कर रहे हैं। हेलीकॉप्टर से श्रद्धालुओं पर फूल बरसाए गए, जानें सुरक्षा इंतजाम और खास बातें।
श्रद्धालुओं के लिए ऐतिहासिक क्षण, अमृत स्नान जारी
महाकुंभ 2025 के तीसरे और आखिरी शाही स्नान (अमृत स्नान) के अवसर पर श्रद्धालुओं, नागा साधुओं और संन्यासियों ने त्रिवेणी संगम में पुण्य की डुबकी लगाई। इस दौरान हेलीकॉप्टर से श्रद्धालुओं पर फूलों की वर्षा की गई, जिससे मेला क्षेत्र का माहौल भक्तिमय हो गया।
📍 मुख्य आकर्षण:
- सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में वॉर रूम से सीधी निगरानी की।
- 16.58 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने सुबह 4 बजे तक पवित्र स्नान किया।
- 1.33 करोड़ से अधिक श्रद्धालु एक दिन पहले ही पुण्य स्नान कर चुके थे।
- सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के लिए ऑपरेशन-11 लागू किया गया।
सीएम योगी ने वॉर रूम से की निगरानी
📌 महाकुंभ की सुरक्षा को लेकर यूपी सरकार ने सख्त इंतजाम किए हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ लखनऊ स्थित वॉर रूम से लगातार मेले की निगरानी कर रहे हैं। उनके साथ डीजीपी, वरिष्ठ अधिकारी और मेला प्रशासन के शीर्ष अधिकारी मौजूद हैं।
🚀 सुरक्षा प्रबंधन के मुख्य बिंदु:
✅ वन-वे यातायात प्रणाली लागू की गई।
✅ महत्वपूर्ण मार्गों पर बैरिकेडिंग को और मजबूत किया गया।
✅ ड्रोन कैमरों से भीड़ की निगरानी की जा रही है।
✅ पांटून पुलों पर सुरक्षा बलों की अतिरिक्त तैनाती।
भीड़ प्रबंधन के लिए “ऑपरेशन-11” लागू
इस बार महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए “ऑपरेशन-11” लागू किया गया है। इसके तहत:
🛑 वन-वे रूट:
- श्रद्धालुओं के लिए वन-वे ट्रैफिक सिस्टम लागू किया गया।
- भीड़ बढ़ने पर मार्गों को डायवर्ट किया गया।
- अधिकतर पांटून पुलों का उपयोग किया गया।
🚓 अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात:
- तीन उपाधीक्षकों के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात।
- PAC की दो कंपनियां संगम क्षेत्र में तैनात।
- प्रयाग जंक्शन और मुख्य प्रवेश द्वारों पर विशेष सुरक्षा प्रबंध।
12 स्थानों पर कड़ी बैरिकेडिंग और सुरक्षा
महाकुंभ में भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा को देखते हुए 12 महत्वपूर्ण स्थानों पर विशेष बैरिकेडिंग की गई है।
📍 बैरिकेडिंग के मुख्य स्थान:
- काली मार्ग
- त्रिवेणी मार्ग
- नागवासुकी रैंप
- गंगा मूर्ति तिराहा
- जीटी जवाहर चौराहा
- अखाड़ा प्रवेश एवं वापसी मार्ग
🚔 सुरक्षा इंतजामों के तहत:
- पुलों और बैरिकेड्स को अतिरिक्त रूप से मजबूत किया गया।
- सीमावर्ती क्षेत्रों को सील कर सुरक्षा बढ़ाई गई।
- रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर विशेष पुलिस बल तैनात।
बसंत पंचमी स्नान के खास तथ्य
विवरण | आंकड़े |
---|---|
सुबह 4 बजे तक स्नान करने वाले श्रद्धालु | 16.58 लाख |
रविवार रात 10 बजे तक स्नान करने वाले श्रद्धालु | 1.33 करोड़ |
1 फरवरी तक कुल स्नान करने वाले श्रद्धालु | 34.90 करोड़ |
रविवार सुबह 8 बजे तक स्नान करने वाले श्रद्धालु | 41.90 लाख |
रविवार दोपहर 12 बजे तक | 78.83 लाख |
रविवार शाम 6 बजे तक | 1.13 करोड़ |
📢 यह आंकड़े दर्शाते हैं कि महाकुंभ 2025 अब तक का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन बनता जा रहा है।
हेलीकॉप्टर से श्रद्धालुओं पर बरसे फूल
महाकुंभ के अमृत स्नान के दौरान श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से गुलाब और गेंदे के फूलों की वर्षा की गई। यह नज़ारा देखकर संगम क्षेत्र में मौजूद भक्तों की भावनाएं उमड़ पड़ीं।
🚁 फूल वर्षा के मुख्य आकर्षण:
- नागा साधुओं और संन्यासियों की शोभायात्रा के दौरान फूलों की वर्षा।
- संगम स्नान के दौरान हेलीकॉप्टर से श्रद्धालुओं पर पुष्पवर्षा।
- पूरे क्षेत्र में भक्ति और उत्साह का माहौल।
श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए खास इंतजाम
🛑 यातायात नियंत्रण:
- प्रयागराज में भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए विशेष ट्रैफिक प्लान लागू।
- पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए अलग लेन निर्धारित की गई।
🚰 स्वास्थ्य सुविधाएं:
- संगम क्षेत्र में अस्थायी अस्पताल और मेडिकल कैंप बनाए गए।
- इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर जारी।
🚻 स्वच्छता एवं अन्य व्यवस्थाएं:
- अस्थायी शौचालयों की संख्या बढ़ाई गई।
- पेयजल और भोजन की व्यवस्था की गई।
निष्कर्ष: ऐतिहासिक बन रहा महाकुंभ 2025
🔸 महाकुंभ 2025 का बसंत पंचमी शाही स्नान भक्तों के लिए एक यादगार और ऐतिहासिक अवसर बन चुका है।
🔸 34.90 करोड़ श्रद्धालु अब तक स्नान कर चुके हैं।
🔸 सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं।
🔸 हेलीकॉप्टर से फूलों की वर्षा श्रद्धालुओं के लिए एक खास अनुभव रहा।
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