Monsoon 2025 Alert: अगले 72 घंटे में महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक समेत कई राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी। जानिए किन इलाकों में रेड अलर्ट और ट्रैफिक व ट्रेनों पर पड़ा असर।
भारत में मानसून 2025 ने इस बार समय से पहले ही दस्तक देकर सबको चौंका दिया है। दक्षिण भारत से शुरू होकर अब यह उत्तरी और पूर्वी भारत की ओर तेजी से बढ़ रहा है। मौसम विभाग (IMD) ने कई राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है और कुछ इलाकों के लिए रेड अलर्ट भी जारी कर दिया गया है। आने वाले 72 घंटे देश के कुछ हिस्सों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं।
समय से पहले पहुंचा मानसून, रफ्तार भी तेज
मौसम विभाग के अनुसार, इस बार मानसून ने सामान्य तिथि से कुछ दिन पहले ही 26 मई को मध्य अरब सागर, मुंबई, कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के कई हिस्सों में प्रवेश कर लिया है। साथ ही यह पूर्वोत्तर भारत के हिस्सों तक भी पहुंच चुका है।
अगले 72 घंटे: किन राज्यों में मचेगा बारिश का कहर?
भारी बारिश की चेतावनी वाले राज्य:
- महाराष्ट्र (मुंबई, ठाणे, रायगढ़)
- केरल
- कर्नाटक (तटीय और घाट क्षेत्र)
- गोवा
- आंध्र प्रदेश और तेलंगाना
- पूर्वोत्तर भारत (असम, मिजोरम, नागालैंड, मेघालय, त्रिपुरा)
अलर्ट की स्थिति:
राज्य / क्षेत्र | अलर्ट स्तर | तारीखें (2025) |
---|---|---|
मुंबई, ठाणे, रायगढ़ | रेड अलर्ट | 26-28 मई |
पालघर | येलो अलर्ट | 26-28 मई |
कोंकण और घाट क्षेत्र | बहुत भारी बारिश | 26-29 मई |
पूर्वोत्तर राज्य | तेज बारिश | 27 मई से आगे |
मुंबई में बारिश का कहर, जनजीवन प्रभावित
मुंबई में 25 मई की रात से झमाझम बारिश शुरू हो चुकी है, और अब तक कई इलाकों में जलभराव, ट्रैफिक जाम और लोकल ट्रेन सेवाओं में बाधा उत्पन्न हो चुकी है।
- लोकल ट्रेनों की रफ्तार धीमी
- कुछ स्थानों पर ट्रेनें रोकी गईं
- एयरपोर्ट पर उड़ानों में देरी
- सड़कों पर भारी ट्रैफिक और वाहन चालकों की परेशानी
नदियां और नाले उफान पर, प्रशासन अलर्ट
बारिश के कारण निचले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए प्रशासन ने चेतावनी जारी की है। मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने जलभराव वाले क्षेत्रों में पंपिंग स्टेशन और राहत टीमें तैनात कर दी हैं।
लोगों से अपील:
- अनावश्यक यात्रा से बचें
- नालों और नदियों के पास न जाएं
- प्रशासन के निर्देशों का पालन करें
पूर्वोत्तर राज्यों में भी मानसून की दस्तक
पूर्वोत्तर भारत के असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, मिजोरम, नागालैंड और मणिपुर में भी मानसून ने दस्तक दे दी है। वहां भी अगले कुछ दिनों में भारी वर्षा की संभावना है। यह क्षेत्र पहले से ही भूस्खलन और बाढ़ की आशंका वाले हैं, इसलिए प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है।
किसानों को मिलेगी राहत, लेकिन तैयारी जरूरी
मानसून के इस तेज आगमन से किसानों को निश्चित रूप से लाभ मिलेगा। खेतों में बुवाई की प्रक्रिया जल्दी शुरू की जा सकती है। लेकिन अत्यधिक बारिश होने पर फसलों को नुकसान भी हो सकता है। इसलिए मौसम विभाग और कृषि अधिकारियों की सलाह लेना जरूरी होगा।
कब पहुंचेगा मानसून उत्तर भारत में?
मौसम विभाग के मुताबिक, अगर यही रफ्तार रही तो जून के पहले सप्ताह में:
- दिल्ली
- उत्तर प्रदेश
- बिहार
जैसे राज्यों में मानसून पहुंच सकता है। उत्तर भारत में गर्मी से परेशान लोगों के लिए यह बारिश राहत बनकर आएगी।
क्या करें बारिश से पहले और दौरान?
सावधानी के 5 प्रमुख उपाय:
- घर के आसपास जल निकासी की व्यवस्था जांच लें
- मोबाइल में मौसम विभाग का अलर्ट ऑन रखें
- बच्चों और बुजुर्गों को बारिश में बाहर न निकलने दें
- यदि आप निचले इलाके में रहते हैं, तो सुरक्षित स्थान चिन्हित रखें
- प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों के निर्देशों का पालन करें
निष्कर्ष
मानसून की शुरुआती बारिश ने ही अपने तेवर दिखा दिए हैं। अगले 72 घंटे कई राज्यों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। जहां यह बारिश किसानों के लिए खुशखबरी है, वहीं प्रशासन और आम जनता को सतर्क रहने की आवश्यकता है। बारिश की हर सूचना पर नजर रखें और अनावश्यक जोखिम से बचें।
Disclaimer:
यह लेख मौसम विभाग की आधिकारिक रिपोर्ट और सार्वजनिक सूचनाओं पर आधारित है। मौसम की स्थिति कभी भी बदल सकती है, इसलिए स्थानीय प्रशासन और मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करना आवश्यक है। आपदा की स्थिति में तुरंत संबंधित आपात सेवाओं से संपर्क करें।