प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना 2024 के तहत कारीगरों को ₹15,000 तक की टूलकिट, कौशल उन्नयन, और आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। जानें इस योजना का लाभ कैसे उठाएं।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojana) देश के पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को सशक्त बनाने की एक अनूठी पहल है। यह योजना उनकी आजीविका को बेहतर बनाने के लिए वित्तीय सहायता, कौशल उन्नयन, और आधुनिक उपकरण प्रदान करती है। नवंबर 2024 में, इस योजना के तहत ₹15,000 तक के टूलकिट की उपलब्धता शुरू हो चुकी है।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा टूल किट: उद्देश्य और लाभ
इस योजना का उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों को सशक्त बनाना और उनके कार्यक्षेत्र में सुधार करना है। योजना के तहत टूल किट के साथ कई अन्य लाभ प्रदान किए जा रहे हैं, जिनमें शामिल हैं:
विशेषता | विवरण |
---|---|
टूल किट सहायता | ₹15,000 तक ई-वाउचर |
कौशल उन्नयन | बेसिक और एडवांस ट्रेनिंग |
क्रेडिट सपोर्ट | बिना गारंटी के ₹3 लाख तक का ऋण |
डिजिटल लेनदेन प्रोत्साहन | प्रति लेनदेन ₹1 का प्रोत्साहन |
मार्केटिंग सपोर्ट | प्रमाणीकरण, ब्रांडिंग, और ई-कॉमर्स से जुड़ाव |
योजना की मुख्य विशेषताएँ
- प्रारंभिक सहायता:
- कारीगरों को ₹15,000 तक की सहायता टूल किट के लिए दी जाती है।
- यह राशि ई-वाउचर के रूप में प्रदान की जाती है।
- कौशल उन्नयन:
- बेसिक (5-7 दिन) और एडवांस (15+ दिन) ट्रेनिंग के माध्यम से उनके कौशल को उन्नत किया जाता है।
- ट्रेनिंग के दौरान ₹500 प्रतिदिन का स्टाइपेंड भी दिया जाता है।
- क्रेडिट सपोर्ट:
- ₹1 लाख का पहला ऋण 18 महीनों में और ₹2 लाख का दूसरा ऋण 30 महीनों में चुकाने की सुविधा।
- केवल 5% ब्याज दर पर यह ऋण उपलब्ध है।
- डिजिटल लेनदेन प्रोत्साहन:
- प्रति डिजिटल लेनदेन ₹1 का प्रोत्साहन अधिकतम 100 लेनदेन तक दिया जाता है।
- मार्केटिंग और ब्रांडिंग सपोर्ट:
- उत्पाद प्रमाणीकरण और ब्रांडिंग के लिए विशेष सहायता।
- ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म जैसे GeM पर ऑनबोर्डिंग।
कौन से व्यवसाय होंगे लाभान्वित?
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना मुख्य रूप से निम्नलिखित व्यवसायों में लगे कारीगरों को लाभान्वित करती है:
- बढ़ई (Carpenter)
- लोहार (Blacksmith)
- सुनार (Goldsmith)
- राजमिस्त्री (Mason)
- दर्जी (Tailor)
- नाव निर्माता (Boat Maker)
- जूते बनाने वाले (Cobbler)
- खिलौना निर्माता (Toy Maker)
योजना के तहत टूल किट कैसे प्राप्त करें?
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत टूल किट प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
- पंजीकरण (Registration):
- लाभार्थियों को Common Service Center (CSC) पर जाकर आधार आधारित बायोमेट्रिक सत्यापन कराना होगा।
- सत्यापन (Verification):
- पंजीकरण के बाद ग्राम पंचायत या शहरी निकाय द्वारा सत्यापन होगा।
- स्वीकृति (Approval):
- जिला कार्यान्वयन समिति आवेदन की समीक्षा कर अंतिम स्वीकृति देती है।
- टूल किट वितरण (Toolkit Distribution):
- स्वीकृति मिलने के बाद ई-वाउचर के माध्यम से उपकरण खरीदे जा सकते हैं।
योजना से जुड़े प्रमुख लाभ
- आर्थिक सहायता:
- कारीगरों को उनकी उत्पादकता बढ़ाने के लिए आधुनिक उपकरण मिलेंगे।
- सामाजिक मान्यता:
- कारीगरों को PM Vishwakarma Certificate और विशेष आईडी कार्ड प्रदान किए जाएंगे।
- आजीविका सुधार:
- बेहतर उपकरण और प्रशिक्षण के माध्यम से उनके व्यवसाय में सुधार होगा।
आने वाली चुनौतियाँ
हालांकि योजना लाभकारी है, लेकिन इसके कार्यान्वयन में कुछ बाधाएँ भी हैं:
- जागरूकता की कमी:
- ग्रामीण इलाकों में योजना की जानकारी सीमित है।
- डिजिटल साक्षरता:
- कई कारीगर डिजिटल लेनदेन में कठिनाई का सामना कर रहे हैं।
- मार्केट एक्सेस:
- छोटे कारीगरों को बड़े बाजारों तक पहुँचने में समस्या हो सकती है।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना 2024 कारीगरों के सशक्तिकरण की दिशा में एक अहम कदम है। यह योजना न केवल उनकी आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाएगी बल्कि उनके पारंपरिक व्यवसायों को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में सहायक सिद्ध होगी।
Disclaimer: यह लेख प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के आधिकारिक विवरण पर आधारित है। अधिक जानकारी के लिए संबंधित सरकारी विभाग से संपर्क करें।