प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना 2025 के तहत ₹15,000 तक की सहायता राशि, फ्री स्किल ट्रेनिंग, और 5% ब्याज पर ₹3 लाख तक का लोन प्राप्त करें। जानें पात्रता, लाभ, और आवेदन प्रक्रिया।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojana) भारत सरकार की एक प्रभावशाली योजना है, जिसका उद्देश्य कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक और कौशल विकास सहायता प्रदान करना है। यह योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 17 सितंबर 2023 को शुरू की गई थी। योजना का उद्देश्य पारंपरिक व्यवसायों को पुनर्जीवित करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है।
इस योजना के तहत, सरकार न केवल ₹15,000 तक की सहायता राशि प्रदान करती है, बल्कि फ्री स्किल ट्रेनिंग, टूल किट, और 5% ब्याज पर ₹3 लाख तक का लोन भी उपलब्ध कराती है।
यदि आप किसी पारंपरिक व्यवसाय में हैं और आर्थिक सहायता की तलाश में हैं, तो यह योजना आपके लिए एक बड़ा अवसर हो सकती है।
PM Vishwakarma Yojana का विवरण
योजना का नाम | प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना |
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लाभार्थी | विश्वकर्मा समुदाय के कारीगर और शिल्पकार |
आवेदन का तरीका | ऑनलाइन/ऑफलाइन |
उद्देश्य | कौशल विकास, आर्थिक सहायता और व्यवसाय विस्तार |
बजट | ₹13,000 करोड़ |
विभाग | सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय |
PM Vishwakarma Yojana के लाभ
- कम ब्याज पर ऋण:
- योजना के तहत लाभार्थियों को 5% ब्याज पर ₹3,00,000 तक का ऋण दिया जाएगा।
- फ्री स्किल ट्रेनिंग:
- कारीगरों और शिल्पकारों को उनके व्यवसाय में दक्षता बढ़ाने के लिए नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- ₹15,000 तक की टूल किट:
- योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को अपने व्यवसाय को बेहतर बनाने के लिए ₹15,000 की टूल किट प्रदान की जाएगी।
- प्रतिदिन ₹500 का स्टाइपेंड:
- प्रशिक्षण के दौरान लाभार्थियों को प्रतिदिन ₹500 की राशि दी जाएगी।
- पारंपरिक व्यवसायों को बढ़ावा:
- 18 पारंपरिक व्यवसायों जैसे बढ़ई, लोहार, बुनकर आदि को आर्थिक और कौशल सहायता प्रदान की जाएगी।
PM Vishwakarma Yojana का उद्देश्य
इस योजना का उद्देश्य देश के पारंपरिक व्यवसायों और विश्वकर्मा समुदाय के कारीगरों को सशक्त बनाना है।
लाभार्थी जातियाँ:
बघेल, बढ़ई, लोहार, बुनकर, नाई, धोबी, कुम्हार सहित 140 से अधिक जातियों को इस योजना में शामिल किया गया है।
पारंपरिक व्यवसाय:
सरकार ने इस योजना में बढ़ईगीरी, लोहारगीरी, बुनाई, मिट्टी के बर्तन बनाना, नाई, धोबी आदि व्यवसायों को प्राथमिकता दी है।
आवेदन प्रक्रिया: ऐसे करें आवेदन
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया को सरल और सुलभ बनाया गया है।
- आधिकारिक पोर्टल पर जाएँ:
- PM Vishwakarma Yojana की वेबसाइट पर विजिट करें।
- फॉर्म भरें:
- आवेदन फॉर्म को ध्यानपूर्वक भरें।
- दस्तावेज़ अपलोड करें:
- आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र आदि अपलोड करें।
- फॉर्म सबमिट करें:
- सभी जानकारी सही होने के बाद फॉर्म सबमिट करें।
पात्रता मानदंड
PM Vishwakarma Yojana का लाभ लेने के लिए आवेदकों को निम्नलिखित पात्रता मानदंड पूरे करने होंगे:
- आयु सीमा: 18 से 60 वर्ष।
- आवेदक को विश्वकर्मा समुदाय से संबंधित होना चाहिए।
- आवेदक को किसी पारंपरिक व्यवसाय में संलग्न होना चाहिए।
आवश्यक दस्तावेज़
आवेदन करते समय निम्नलिखित दस्तावेज़ जमा करना आवश्यक है:
- आधार कार्ड।
- निवास प्रमाण पत्र।
- आय प्रमाण पत्र।
- बैंक खाता विवरण।
- पासपोर्ट साइज फोटो।
PM Vishwakarma Yojana में शामिल व्यवसाय
इस योजना में शामिल कुछ प्रमुख पारंपरिक व्यवसाय निम्नलिखित हैं:
व्यवसाय का नाम | लाभार्थियों की संख्या |
---|---|
बढ़ई (Carpenter) | 10,000+ |
लोहार (Blacksmith) | 8,000+ |
बुनकर (Weaver) | 12,000+ |
कुम्हार (Potter) | 7,000+ |
नाई (Barber) | 5,000+ |
धोबी (Washerman) | 6,000+ |
PM Vishwakarma Yojana के तहत प्रशिक्षण
इस योजना में 18 पारंपरिक व्यवसायों के लिए प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इसमें उपयोगी तकनीकों, उपकरणों, और नए बाजारों में व्यवसाय स्थापित करने की जानकारी दी जाएगी।
प्रशिक्षण का उद्देश्य:
- उत्पादकता बढ़ाना।
- आधुनिक तकनीकों का उपयोग।
- बेहतर आय के स्रोत तैयार करना।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना 2025 भारत सरकार की एक बेहतरीन पहल है जो शिल्पकारों और कारीगरों को आर्थिक और कौशल सहायता प्रदान करती है। इस योजना से पारंपरिक व्यवसायों को पुनर्जीवित करने और लाभार्थियों को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
यदि आप विश्वकर्मा समुदाय से हैं और पात्रता मानदंड पूरे करते हैं, तो इस योजना का लाभ उठाना आपके भविष्य के लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है।
यह अवसर न चूकें—आज ही आवेदन करें!