प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत पारंपरिक कारीगरों को ₹15,000 का टूल किट वाउचर और ₹500 प्रति दिन प्रशिक्षण राशि मिलेगी। जानें इस योजना के लाभ, पात्रता और आवेदन प्रक्रिया।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojana) का उद्देश्य भारत के पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को सशक्त बनाना है। यह योजना 1 फरवरी 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई थी, और इसका लक्ष्य विशेष रूप से विश्वकर्मा समुदाय के 140 से अधिक जातियों के लोगों को आर्थिक सहायता और कौशल विकास के अवसर प्रदान करना है। इसके तहत लाभार्थियों को ₹15,000 का टूल किट वाउचर मिलेगा और उन्हें प्रशिक्षण के दौरान प्रतिदिन ₹500 की वित्तीय सहायता भी दी जाएगी।
इस योजना से पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को उनके व्यवसाय में मदद मिलेगी, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकेंगे और अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार कर सकेंगे।
पीएम विश्वकर्मा योजना का परिचय
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना एक सरकारी पहल है जिसका उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को सशक्त बनाना है। इस योजना के तहत सरकार विभिन्न प्रकार की सहायता प्रदान करेगी, जैसे:
- टूल किट वाउचर: प्रत्येक लाभार्थी को ₹15,000 का टूल किट वाउचर मिलेगा।
- प्रतिदिन ₹500: प्रशिक्षण के दौरान लाभार्थियों को प्रतिदिन ₹500 की वित्तीय सहायता मिलेगी।
- कौशल विकास: विभिन्न प्रकार की कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान की जाएगी।
पीएम विश्वकर्मा योजना का अवलोकन
मुख्य बिंदु | विवरण |
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योजना का नाम | पीएम विश्वकर्मा योजना |
लॉन्च तिथि | 1 फरवरी 2023 |
लाभार्थी | विश्वकर्मा समुदाय की सभी जातियों के लोग |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन/ऑफलाइन |
उद्देश्य | कौशल विकास और आर्थिक सहायता प्रदान करना |
बजट | ₹13,000 करोड़ |
विभाग | सूक्ष्म, छोटे और मध्यम उद्यम मंत्रालय |
पीएम विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को उनके व्यवसाय में सहायता प्रदान करना है। इसके अंतर्गत निम्नलिखित उद्देश्य शामिल हैं:
- कारीगरों को मान्यता देना: कारीगरों को पहचान दिलाने में मदद करना।
- आर्थिक सहायता: कारीगरों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना।
- डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देना: सभी लेनदेन को डिजिटल रूप में करने के लिए प्रोत्साहन देना।
पीएम विश्वकर्मा योजना की पात्रता
इस योजना का लाभ उठाने के लिए कुछ पात्रता मानदंड हैं:
- आवेदक भारत का नागरिक होना चाहिए।
- आवेदक की उम्र 18 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए।
- आवेदक को किसी पारंपरिक व्यापार में संलग्न होना चाहिए।
- जाति प्रमाण पत्र होना अनिवार्य है।
आवश्यक दस्तावेज
पीएम विश्वकर्मा योजना में आवेदन करने के लिए निम्नलिखित दस्तावेज आवश्यक हैं:
- जाति प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- पहचान पत्र (आधार कार्ड, पैन कार्ड)
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
- जन्मतिथि प्रमाण पत्र
पीएम विश्वकर्मा योजना के लाभ
इस योजना से कई लाभ होंगे, जिनमें शामिल हैं:
- टूल किट वाउचर: प्रत्येक लाभार्थी को ₹15,000 का टूल किट वाउचर मिलेगा।
- प्रतिदिन ₹500: प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले लाभार्थियों को प्रतिदिन ₹500 दिए जाएंगे।
- ऋण सुविधा: 5% ब्याज पर ऋण उपलब्ध कराया जाएगा।
पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत लाभ प्राप्त करने वाली जातियाँ
इस योजना से विभिन्न जातियों के लोग लाभान्वित होंगे, जिनमें शामिल हैं:
- सुनार
- लोहार
- मोची
- नाइ
- दरजी
- धोबी
- कुम्हार
- कारपेंटर
- मूर्तिकार
- राज मिस्त्री
आवेदन प्रक्रिया
पीएम विश्वकर्मा योजना में आवेदन करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- “अप्लाई ऑनलाइन” लिंक पर क्लिक करें।
- CSC लॉगिन में जाएं और अपना यूजर नेम और पासवर्ड डालें।
- आवेदन फॉर्म भरें और आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन जमा करें और सर्टिफिकेट डाउनलोड करें।
पीएम विश्वकर्मा योजना का महत्व
यह योजना न केवल पारंपरिक कारीगरों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाएगी, बल्कि उन्हें अपने कौशल को विकसित करने का अवसर भी प्रदान करेगी। इससे देश की अर्थव्यवस्था में भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा क्योंकि यह आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना एक महत्वपूर्ण पहल है जो पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को सशक्त बनाने के लिए बनाई गई है। इस योजना से लाखों लोगों को आर्थिक सहायता मिलेगी और उन्हें उनके कौशल को विकसित करने का अवसर मिलेगा।