RBI ने नए निर्देश जारी कर 3 प्रकार के बैंक खातों को बंद करने का निर्णय लिया है। इसमें जीरो बैलेंस अकाउंट, निष्क्रिय खाते और अपूर्ण KYC वाले खाते शामिल हैं। जानें नए नियम और इसका प्रभाव।
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने हाल ही में बैंक खाताधारकों के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए हैं, जिसके तहत कुछ विशेष प्रकार के बैंक खाते बंद किए जाएंगे। इनमें जीरो बैलेंस अकाउंट, निष्क्रिय खाते और अपूर्ण KYC वाले खाते शामिल हैं। यह निर्णय बैंकिंग प्रणाली को और अधिक सुरक्षित और पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से लिया गया है।
नए निर्देश का सारांश
विवरण | जानकारी |
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निर्देश जारी करने वाली संस्था | भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) |
प्रभावित खातों की संख्या | 3 प्रकार के खाते |
प्रमुख प्रभावित खाता | जीरो बैलेंस अकाउंट |
लागू होने की तिथि | 1 अप्रैल, 2025 |
खाताधारकों के लिए समय सीमा | 31 मार्च, 2025 तक अपडेट अनिवार्य |
उद्देश्य | बैंकिंग सिस्टम को सुरक्षित और पारदर्शी बनाना |
बंद किए जाने वाले खाते
- जीरो बैलेंस अकाउंट (Basic Savings Bank Deposit Account)
- अब इन खातों में न्यूनतम बैलेंस बनाए रखना अनिवार्य होगा।
- खाताधारकों को हर 3 महीने में कम से कम एक बार लेनदेन करना आवश्यक होगा।
- निष्क्रिय खाते (Dormant Accounts)
- ऐसे खाते जो 2 वर्षों से उपयोग में नहीं हैं, उन्हें बंद किया जाएगा।
- खाताधारक इन्हें बैंक में औपचारिकताएं पूरी कर पुनः सक्रिय कर सकते हैं।
- अपूर्ण KYC वाले खाते
- जिन खातों में KYC प्रक्रिया अधूरी है, उन्हें भी बंद किया जाएगा।
- खाताधारकों को डिजिटल माध्यम या बैंक में जाकर KYC अपडेट करना होगा।
नए नियमों का जीरो बैलेंस अकाउंट पर प्रभाव
प्रमुख बदलाव | विवरण |
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न्यूनतम बैलेंस अनिवार्य | बैंक द्वारा तय न्यूनतम राशि बनाए रखना आवश्यक। |
लेनदेन अनिवार्य | हर तिमाही कम से कम 1 लेनदेन जरूरी। |
KYC नियमितता | समय-समय पर KYC अपडेट करना अनिवार्य। |
डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा | खाताधारकों को डिजिटल सेवाओं का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। |
निष्क्रिय खातों के लिए दिशानिर्देश
- समय सीमा: 2 वर्षों तक निष्क्रिय रहने पर खाते बंद कर दिए जाएंगे।
- पुनः सक्रियण: खाताधारक औपचारिकताएं पूरी कर खाता पुनः चालू कर सकते हैं।
- बचत राशि का स्थानांतरण: खाता बंद होने की स्थिति में जमा राशि एक अलग फंड में ट्रांसफर की जाएगी।
KYC प्रक्रिया की आवश्यकता
RBI के निर्देश में KYC अपडेट पर विशेष ध्यान दिया गया है:
- सभी खाताधारकों को हर 2 वर्षों में KYC प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
- डिजिटल KYC और बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
- KYC पूरा न करने पर खाता फ्रीज या बंद किया जा सकता है।
बैंकों की जिम्मेदारियां
- ग्राहक जागरूकता: खाताधारकों को नए नियमों के प्रति जागरूक बनाना।
- सरल प्रक्रिया: KYC और खाता अपडेट प्रक्रिया को आसान बनाना।
- डिजिटल सेवाओं का विस्तार: मोबाइल और ऑनलाइन बैंकिंग को बढ़ावा देना।
- डेटा सुरक्षा: ग्राहकों की व्यक्तिगत जानकारी की सुरक्षा सुनिश्चित करना।
खाताधारकों के लिए सुझाव
- खाते में नियमित लेनदेन करें।
- समय-समय पर KYC अपडेट करना न भूलें।
- खाते में न्यूनतम बैलेंस बनाए रखें।
- किसी भी समस्या के लिए तुरंत अपने बैंक से संपर्क करें।
- डिजिटल बैंकिंग सेवाओं का उपयोग करना सीखें।
RBI के निर्णय का महत्व
- वित्तीय सुरक्षा: मनी लॉन्ड्रिंग और वित्तीय अपराधों को रोकने में मदद।
- डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा: डिजिटल सेवाओं को अपनाने में वृद्धि।
- ग्राहक जागरूकता: खाताधारकों में बैंकिंग के प्रति जागरूकता बढ़ेगी।
आम जनता पर प्रभाव
प्रभाव | विवरण |
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वित्तीय जागरूकता | लोग अपने वित्तीय मामलों के प्रति अधिक जागरूक होंगे। |
डिजिटल सेवाओं का उपयोग | अधिक लोग डिजिटल बैंकिंग का इस्तेमाल करेंगे। |
सुरक्षित बैंकिंग | बैंकिंग सिस्टम और सुरक्षित बनेगा। |
Disclaimer
यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। कृपया किसी भी वित्तीय निर्णय से पहले अपने बैंक या वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें। बैंकिंग नियमों में समय-समय पर बदलाव हो सकते हैं।