अगर आप नौकरीपेशा हैं और हर महीने सैलरी एक सामान्य बैंक अकाउंट में आती है, तो आपके लिए यह खबर बेहद जरूरी है। हाल ही में एक सरकारी कर्मचारी के सैलरी अकाउंट से उनके परिवार को 1 करोड़ रुपये का एक्सीडेंटल डेथ क्लेम मिला, जो इस बात का उदाहरण है कि सैलरी अकाउंट में कितने बड़े फायदे छिपे होते हैं।
क्या है सैलरी अकाउंट?
सैलरी अकाउंट एक स्पेशल बैंक अकाउंट होता है, जिसमें नियोक्ता हर महीने वेतन भेजता है। यह अकाउंट सामान्य सेविंग अकाउंट से अलग होता है क्योंकि इसमें बैंक कई विशेष सुविधाएं और लाभ प्रदान करता है।

सैलरी अकाउंट के शानदार फायदे
1. एक्सीडेंटल डेथ कवर और हेल्थ इंश्योरेंस
सैलरी अकाउंट के साथ एक्सीडेंटल डेथ इंश्योरेंस कवर दिया जाता है, जिसकी जानकारी बहुत कम लोगों को होती है।
हाल ही में श्री सुशील लाल, जो SBI के रेलवे सैलरी पैकेज के ग्राहक थे, उनके निधन के बाद परिवार को ₹1 करोड़ का क्लेम मिला। यह फायदा उनके नॉमिनी को बैंक द्वारा दिया गया।
मुख्य बिंदु:
- फ्री एक्सीडेंटल इंश्योरेंस
- हेल्थ इंश्योरेंस विकल्प
- नॉमिनी को बिना परेशानी के भुगतान
2. कम ब्याज दर पर लोन
अगर आपका सैलरी अकाउंट है, तो आपको:
- पर्सनल लोन और होम लोन पर कम ब्याज दर मिलती है
- आसान लोन अप्रूवल
- कम दस्तावेजों की जरूरत
बैंकों को लगता है कि सैलरी अकाउंट में नियमित आय आती है, इसलिए क्रेडिट रिस्क कम होता है।
3. ओवरड्राफ्ट की सुविधा
सैलरी अकाउंट में आप बैलेंस न होने के बावजूद भी पैसे निकाल सकते हैं, जिसे ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी कहा जाता है।
लाभ:
- आपातकालीन स्थिति में मदद
- बिना ब्याज के सीमित समय के लिए ओवरड्राफ्ट
- सीमित दस्तावेज में अनुमति
4. प्रायोरिटी सर्विस और बेहतर बैंकिंग अनुभव
बैंक सैलरी अकाउंट होल्डर्स को देते हैं:
- स्पेशल कस्टमर केयर सर्विस
- बैंक में प्रायोरिटी टोकन सिस्टम
- अलग काउंटर और फास्ट ट्रैक प्रोसेसिंग
5. फ्री क्रेडिट कार्ड और स्पेशल ऑफर्स
सैलरी अकाउंट होल्डर्स को:
- फ्री क्रेडिट कार्ड
- एनुअल चार्ज में छूट
- ज्यादा रिवार्ड प्वाइंट्स
- ऑनलाइन शॉपिंग पर डिस्काउंट और कैशबैक
6. डिजिटल सेवाओं पर फ्री एक्सेस
बैंकिंग सेवाओं जैसे:
- NEFT, RTGS, IMPS ट्रांसफर फ्री
- चेकबुक, पासबुक, एटीएम कार्ड बिना चार्ज
- मोबाइल और नेट बैंकिंग फ्री
तुलना: सैलरी अकाउंट vs सेविंग अकाउंट
फीचर | सैलरी अकाउंट | सेविंग अकाउंट |
---|---|---|
न्यूनतम बैलेंस की जरूरत | नहीं | हां |
ओवरड्राफ्ट सुविधा | हां | नहीं (कभी-कभी) |
लोन पर ब्याज दर | कम | सामान्य |
इंश्योरेंस कवर | हां | बहुत कम |
प्रायोरिटी सर्विस | हां | नहीं |
कैसे खुलवाएं सैलरी अकाउंट?
- अपने एंप्लॉयर से बात करें, वो बैंक के साथ टाईअप करते हैं
- आवश्यक दस्तावेज दें:
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- ऑफिस आईडी/ऑफर लेटर
- बैंक में जाकर या ऑनलाइन आवेदन करें
जरूरी बातें जो याद रखें
- हर बैंक का सैलरी अकाउंट पैकेज अलग होता है।
- सभी फायदे तभी मिलते हैं जब अकाउंट नियमित एक्टिव हो।
- अगर 3 महीने तक सैलरी नहीं आती है, तो अकाउंट को सेविंग अकाउंट में कन्वर्ट किया जा सकता है।
निष्कर्ष
सैलरी अकाउंट केवल सैलरी के लेन-देन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक फाइनेंशियल सिक्योरिटी पैकेज है जिसमें ढेरों फायदे छिपे हैं। यदि आप नौकरीपेशा हैं, तो सैलरी अकाउंट की इन विशेषताओं को जानना और उनका लाभ उठाना आपके लिए बेहद जरूरी है।
अगली बार जब आप बैंक में जाएं, तो अपने सैलरी अकाउंट के फायदे जरूर पूछें — हो सकता है आपका भी ₹1 करोड़ का इंश्योरेंस कवर एक्टिव हो!
लेखक: अमित
स्रोत: JustNewson.com