भारत सरकार ने 2025 में वरिष्ठ नागरिकों के लिए कई लाभों की घोषणा की है। टैक्स छूट, SCSS में निवेश सीमा बढ़ोतरी और स्वास्थ्य बीमा पर राहत समेत 6 बड़े फायदे जानें।
2025 का बजट वरिष्ठ नागरिकों के लिए बड़ी राहत लेकर आया है। सरकार ने टैक्स छूट, बचत योजनाओं में बदलाव और स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार जैसे कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इससे न केवल वरिष्ठ नागरिकों की आर्थिक सुरक्षा मजबूत होगी, बल्कि वे अपने भविष्य को अधिक सुरक्षित महसूस करेंगे।
आइए जानते हैं कि 2025 में सीनियर सिटीजन को कौन-कौन से नए लाभ मिलेंगे और ये उनके जीवन को कैसे प्रभावित करेंगे।
2025 में सीनियर सिटीजन को मिलने वाले 6 बड़े फायदे
1. आयकर छूट सीमा में वृद्धि
सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों की वित्तीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आयकर छूट सीमा को ₹10 लाख से बढ़ाकर ₹12 लाख कर दिया है। यह बदलाव नई कर व्यवस्था के तहत लागू होगा, जिससे सीनियर सिटीजन को टैक्स बचाने का बड़ा मौका मिलेगा।
✅ पुरानी सीमा: ₹10 लाख
✅ नई सीमा: ₹12 लाख
✅ फायदा: अधिक बचत और टैक्स में राहत
2. ब्याज आय पर TDS छूट की सीमा बढ़ी
बैंकों और डाकघरों की फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) एवं अन्य बचत योजनाओं पर TDS (Tax Deducted at Source) की सीमा ₹50,000 से बढ़ाकर ₹1 लाख कर दी गई है। इसका मतलब यह है कि सीनियर सिटीजन को अब ₹1 लाख तक की ब्याज आय पर कोई TDS नहीं देना होगा।
✅ पुरानी सीमा: ₹50,000
✅ नई सीमा: ₹1,00,000
✅ फायदा: अधिक ब्याज आय पर टैक्स से छूट
3. सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) में बड़ा बदलाव
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) में निवेश की अधिकतम सीमा को ₹15 लाख से बढ़ाकर ₹30 लाख कर दिया गया है। साथ ही, इसकी ब्याज दर 8.2% प्रति वर्ष निर्धारित की गई है, जिससे यह वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक आकर्षक निवेश विकल्प बन गया है।
✅ पुरानी निवेश सीमा: ₹15 लाख
✅ नई निवेश सीमा: ₹30 लाख
✅ ब्याज दर: 8.2% प्रति वर्ष
✅ फायदा: अधिक निवेश पर ज्यादा रिटर्न
SCSS में जॉइंट अकाउंट की सुविधा:
यदि पति-पत्नी संयुक्त खाता खोलते हैं, तो वे ₹60 लाख तक निवेश कर सकते हैं।
4. स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम पर GST में कमी
अब वरिष्ठ नागरिकों के लिए स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम पर GST दर को 18% से घटाकर 5% कर दिया गया है। इससे हेल्थ इंश्योरेंस खरीदना और अधिक किफायती हो जाएगा और बुजुर्ग अपनी स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए बेहतर पॉलिसी चुन सकेंगे।
✅ पुरानी GST दर: 18%
✅ नई GST दर: 5%
✅ फायदा: कम प्रीमियम में बेहतर बीमा कवरेज
5. राष्ट्रीय बचत योजना (NSS) पर टैक्स छूट
अब 29 अगस्त 2024 के बाद NSS खातों से निकासी पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। यह कदम उन बुजुर्गों के लिए बड़ी राहत है, जो अपनी बचत का उपयोग बिना किसी अतिरिक्त कर बोझ के करना चाहते हैं।
✅ पहले: NSS निकासी पर टैक्स लागू था
✅ अब: NSS निकासी टैक्स-फ्री
✅ फायदा: बिना टैक्स के अधिक बचत
6. किराए पर TDS सीमा में वृद्धि
अब वरिष्ठ नागरिकों के लिए किराए पर TDS की वार्षिक सीमा ₹2.4 लाख से बढ़ाकर ₹6 लाख कर दी गई है। इससे उन बुजुर्गों को लाभ मिलेगा, जो अपने रिटायरमेंट के बाद किराए की आय पर निर्भर रहते हैं।
✅ पुरानी सीमा: ₹2.4 लाख
✅ नई सीमा: ₹6 लाख
✅ फायदा: किराए की अधिकतम आय पर टैक्स में राहत
इन लाभों का वरिष्ठ नागरिकों पर असर
✔️ आर्थिक सुरक्षा: टैक्स छूट और निवेश योजनाओं में बदलाव से वरिष्ठ नागरिकों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
✔️ बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं: हेल्थ इंश्योरेंस पर कम GST से बुजुर्गों को कम प्रीमियम में अच्छा कवरेज मिलेगा।
✔️ निवेश के अधिक विकल्प: SCSS जैसी बचत योजनाओं में निवेश सीमा बढ़ने और आकर्षक ब्याज दर से बुजुर्ग अधिक बचत कर सकेंगे।
महत्वपूर्ण जानकारी
SCSS खाता खोलने की प्रक्रिया
अब SCSS खाता ऑनलाइन भी खोला जा सकता है। इसके लिए पोस्ट ऑफिस या बैंक जाने की जरूरत नहीं होगी।
ऑनलाइन प्रक्रिया:
- बैंक/पोस्ट ऑफिस की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- SCSS खाता खोलने के लिए फॉर्म भरें।
- आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
- न्यूनतम राशि जमा करें और आवेदन सबमिट करें।
निष्कर्ष
2025 में वरिष्ठ नागरिकों को टैक्स छूट, निवेश योजनाओं में सुधार और स्वास्थ्य बीमा पर राहत जैसी कई सुविधाएं मिलेंगी। ये कदम वरिष्ठ नागरिकों के जीवन को आर्थिक रूप से सुरक्षित बनाने में मदद करेंगे।
यदि आप सीनियर सिटीजन हैं या आपके परिवार में कोई बुजुर्ग हैं, तो इन योजनाओं का पूरा लाभ उठाने के लिए समय पर जानकारी प्राप्त करें और अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लें।
Disclaimer:
यह लेख केवल जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। दी गई जानकारी सरकारी योजनाओं और बजट घोषणाओं पर आधारित है। किसी भी निवेश निर्णय से पहले कृपया बैंक या वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें।